रक्तदान से बेहतर मानवता की कोई सेवा नहीं हो सकती : नन्द लाल शर्मा

॥> एसजेवीनाइट्स समाज के लिए स्वैच्छिक योगदान में सबसे आगे रहे हैं
॥> अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने शिमला में रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया

शिमला : एसजेवीएन के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने कारपोरेट मुख्यालय शिमला में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन गीता कपूर निदेशक (कार्मिक), एस.पी. बंसल निदेशक (सिविल), ए.के. सिंह निदेशक (वित्त) तथा सुशील शर्मा निदेशक (विद्युत) की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर सतलुज श्री लेडीज क्लब की मुख्य संरक्षक ललिता शर्मा तथा क्लब के अन्य पदाधिकारी और क्लब के सदस्य भी उपस्थित थे। शिविर का आयोजन आईजीएमसी ब्लड बैंक शिमला के सहयोग से किया गया।
इस अवसर पर नन्द लाल शर्मा ने अवगत कराया कि एसजेवीएन समाज की उन्नति में योगदान देने के लिए विभिन्न कल्याणकारी उपायों को अपना रहा है। शर्मा ने कहा कि174 रजिस्ट्रेशन व 168 यूनिट्स के दान के साथ यह रक्तदान शिविर एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय, शिमला के इतिहास का सबसे सफल शिविर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सदैव एसजेवीनाइट्स समाज के लिए स्वैच्छिक योगदान में सबसे आगे रहे हैं और उनके इस पुनीत कार्य में बढ़चढ़कर भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आगे बताया कि रक्तदान से बेहतर मानवता की कोई सेवा नहीं हो सकती है और वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान एसजेवीनाइट्स ने एसजेवीएन की विभिन्न परियोजनाओं और कार्यालयों में आयोजित विभिन्न रक्तनदान शिविरों में 600 यूनिट से अधिक का रक्तदान किया है। यह रक्तदान शिविर शिमला के विभिन्न अस्पतालों में रोगियों के लिए रक्त की आवश्याकताओं की पूर्ति के लिए उपयोगी होगा।
आज के रक्तदान शिविर में सतलुज श्री लेडीज क्लब की मुख्य संरक्षक ललिता शर्मा प्रथम रक्तदानकत्र्ताओं में से एक थी। कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, सतलुज श्री लेडीज क्लब, शिमला और संविदात्मक कर्मियों द्वारा इस जीवन रक्षक कार्य के लिए स्वेच्छा से 168 यूनिट रक्तदान का योगदान दिया। रक्तिदाताओं के इन पुनीत प्रयासों को सम्मानित करने और उनके बहुमूल्य योगदान की सराहना के लिए एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रक्तदाताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, शिमला से डॉ. शिवानी सूद, डॉ. मेघना ने के ब्लड बैंक की टीम के साथ एसजेवीएन के स्वयंसेवकों की सहायता से शिविर का सफलतापूर्वक संचालन किया।