दिव्यांगजनों के सामाजिक, शैक्षणिक व आर्थिक उत्थान के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प: जय राम ठाकुर

मंडी : मुख्यमंत्री ने सुन्दरनगर में आजा़दी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत विशेष ओलंपिक भारत के कार्यक्रम दिव्यांग जनों के लिए स्वास्थ्य पर्व का शुभारंभ किया मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मंडी जिला के सुन्दरनगर में बीबीएमबी कॉलोनी में आजा़दी का अमृत महोत्सव श्रृंखला के अन्तर्गत विशेष ओलंपिक भारत द्वारा आयोजित कार्यक्रम नेशनल हेल्थ फेस्ट फॉर दिव्यांगजन-वी केयर (दिव्यांगजनों के लिए स्वास्थ्य पर्व) का शुभारंभ किया। उन्होंने विशेष ओलम्पिक के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया तथा विशेष ओलम्पिक संघ को 25 लाख रूपये अनुदान राशि देने की घोषणा की।
इस अवसर पर उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले चार वर्षो में इस वर्ग के सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को लाभान्वित करने व उन्हें मुख्यधारा से जोड़कर समाज में उनकी पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार के दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 को लागू किया गया है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखने के लिए खेल क्षेत्र में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहन व बढ़ावा दिया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में विशेष ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 75 हजार रूपये, रजत पदक विजेता को 50 हजार रूपये, कांस्य पदक विजेता को 20 हजार रूपये तथा अन्य प्रतिभागियों को 10 हजार रूपये की सम्मान राशि प्रदान की जा रही है।
शिक्षा को व्यक्ति के समग्र विकास का मूल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों को शिक्षा क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में पहली कक्षा से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, बहुतकनीकी संस्थानों सहित विश्वविद्यालय स्तर तक दिव्यांग बच्चों से ट्यूशन फीस नहीं ली जा रही है तथा उन्हें उच्च शिक्षण संस्थानों में 5 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जा रहा है। दिव्यांग छात्रों को पहली कक्षा से विश्वविद्यालय स्तर तक शिक्षा ग्रहण करने में बिना किसी आय सीमा के 625 रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक प्रति माह की दर से छात्रवृति प्रदान की जा रही है। परिणामस्वरूप दिव्यांगजन उच्च शिक्षा प्राप्त करके जीवन में विशेष सफलताएं अर्जित कर हर क्षेत्र में पारंगत व आत्मनिर्भर हुए हैं और शिक्षा तथा खेलों के क्षेत्र में देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मूक-बधिर व दृष्टि-बाधित बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से सुन्दरनगर व ढली में 12वीं कक्षा तक विशेष योग्यता संस्थान संचालित करके उन्हें नि:शुल्क शिक्षा व आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं में सम्मिलित करने के उद्देश्य से डिजिटल व देश में मान्य यूनिक नम्बर दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों को गरिमापूर्ण व स्वतंत्रता के साथ सार्वजनिक व निजी परिवहन सुविधाओं का उपयोग करने के लिए लिए देशव्यापी सुगम्य भारत अभियान आरंभ किया गया है, जिसके तहत देश में सैंकड़ों भवन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट इत्यादि दिव्यांगजनों के लिए सुगम बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों द्वारा आज विभिन्न क्षेत्रों में कई सराहनीय उपलब्धियां प्राप्त की गई हैं। वर्ष 2019 में आबूधाबी में आयोजित स्पेशल ओलंपिक खेलों में हिमाचल प्रदेश के विशेष रूप से सक्षम प्रतिभावान खिलाडिय़ों ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए 12 पदक जीत कर प्रदेश को गौरवान्वित किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्पेशल ओलम्पिक भारत में विश्व, शरद एवं ग्रीष्म खेलों के विजेता सहयोग स्पेशल स्कूल सुन्दरनगर के जगदीश को स्नो गोल्ड में दो कांस्य पदक, शुभम सिंह को एल्पाईन स्कंीइंग में दो रजत पदक, चिराग ठाकुर को बास्केटबॅाल में रजत पदक, राहुल को फुटबॅाल में पांचवें स्थान पर रहने तथा पार्थ मल्होत्रा को स्नो शूईंग में भाग लेने के लिए पुरस्कृत किया ।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने इस मौके पर कहा कि ”आजादी का अमृत महोत्सवÓÓ कार्यक्रम में विशेष ओलम्पिक को जोडऩा दिव्यांगजनों के प्रति सम्मान दर्शाता है। इस कार्यक्रम के तहत देश के 75 शहरों में 7500 चिकित्सा विशेषज्ञों के माध्यम से 75000 दिव्यांग जनों की स्वास्थ्य जांच करके लाभान्वित किया जा रहा है और इस कीर्तिमान को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया जायेगा। वेदों का कथन है कि कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं हो सकता अगर उसकी क्षमता को पहचान कर उसे आगे बढ़ाने का कार्य किया जाए और संघ द्वारा इस दिशा में अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। सुन्दरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने क्षेत्र में दिव्यांगजनों के सहयोग के लिए संचालित किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। स्पेशल ओलम्पिक संघ भारत के हिमाचल चैप्टर की उपाध्यक्ष रशिम धर सूद ने संघ की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बाल विकास परिषद की महासचिव पायल वैद्य ने दिव्यांगजनों को सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के प्रति जागरूक करने के दृष्टिगत इस कार्यक्रम को सराहनीय बताते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में सुन्दरनगर सहित तीन शिविरों का आयोजन करके एक हजार दिव्यांग विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देने, जागरूक करने तथा स्वास्थ्य जांच के निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया गया ।
मंडी चैप्टर के अध्यक्ष जगदीश राणा ने मुख्यमंत्री व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम में सहयोग स्पेशल स्कूल, नागचला तथा साकार स्पेशल स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। नाचन के विधायक विनोद कुमार, भारतीय खेल प्राधिकरण की कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल, नगर परिषद के पदाधिकारी, स्पेशल ओलम्पिक भारत, मंडी चैप्टर के पदाधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।