प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए निरन्तर प्रयासरत : गोविन्द ठाकुर

धर्मशाला : प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। शिक्षा के बेहतर विकास के लिए बजट में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। चालू वित्तीय वर्ष में शिक्षा क्षेत्र के लिए 8412 करोड़ रूपये बजट का प्रावधान किया गया है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश समग्र शिक्षा द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षु अध्यापकों की तीन दिवसीय अंतर जिला खेलकूद तथा सांस्कृतिक प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बोलते हुए डिग्री कालेज के ऑडिटोरियम में दी।
शिक्षा मंत्री ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला और इस प्रतियोगिता से खिलाड़ी अच्छी यादें संजो कर वापिस जाएंगे। उन्होंने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला जैसे पर्यटन शहर में खेलों का आयोजन बहुत लाभकारी है, क्योंकि इससे खिलाड़ी पर्यावरण के और अधिक निकट आते हैं।
उन्होंने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि खिलाडिय़ों को जीत-हार की परवाह किए बिना खेल भावना से खेलना चाहिए। खेलों में सद्भावना के साथ भागीदारी जरूरी है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाडिय़ों को बधाई देते हुए उन्हें खेल भावना के साथ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया और छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कठिनाइयां जीवन का अभिन्न अंग हैं। लेकिन हमें मुस्कुराते हुए इनका सामना करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि युवा-विद्यार्थी स्वामी दयानंद सरस्वती की परम्पराओं को आगे बढ़ाने का कार्य करें। विद्यालयों की भूमिका पर बोलते हुए उन्होंने ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गये प्रकल्पों पर विद्यालय गम्भीरता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि विद्यालय शिक्षकों और विद्यार्थियों के समूह बना कर स्वच्छता, प्लास्टिक मुक्त भारत और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर कार्य करें। इससे पूर्व समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक डॉ. वीरेंद्र शर्मा तथा डाइट प्राचार्य विनोद चौधरी ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया।
धर्मशाला के युवा विधायक विशाल नहरिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि राष्ट्र के उत्थान में शिक्षा की अहम भूमिका को भली भांति समझते हुए प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र में ढ़ाचागत विकास पर बल दे रही है। सभी विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके सर्वागींण विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने वाले विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। इस अवसर पर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. वीरेंद्र शर्मा ने इन खेलों के धर्मशाला में अयोजन करने की रूपरेखा प्रस्तुत की। सांस्कृतिक कार्यक्रम में डॉ. सतीश ठाकुर तथा डॉ. जनमेजय गुलेरिया ने निर्णायक की भूमिका निभाई। इस अवसर पर जिला उच्च शिक्षा उप निदेशक रेखा कपूर, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा मोहिंदर कुमार, सभी जिलों के जिला परियोजना अधिकारी, डाइट के प्रवक्तागण सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।