एसजेवीएन ने भारतीय नववर्ष विक्रम संवत 2079 मनाया

शिमला : एसजेवीएन ने भारतीय नव वर्ष 2079 के शुभ अवसर पर आगामी वर्ष के लिए प्राथमिकताओं का निर्धारण ‘प्रवेशÓ कार्यक्रम का आयोजन किया। एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने निदेशक (कार्मिक) गीता कपूर, निदेशक (सिविल) एस.पी. बंसल और निदेशक (वित्त) ए.के सिंह. की गरिमामयी उपस्थिति में कारपोरेट मुख्यालय, शिमला में इस समारोह का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए, नन्द लाल शर्मा ने कंपनी की उपलब्धियों को साझा किया और उन्हें नए साझा विजन के अनुरूप पुनर्निमित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। शर्मा ने कहा कि विक्रमी संवत 2078, एसजेवीएन के विकास के मामले में एक विशिष्ट वर्ष साबित हुआ है। वर्ष के दौरान एसजेवीएन का पोर्टफोलियो लगभग 9000 मेगावाट से बढ़कर लगभग 17000 मेगावाट हो गया है। उन्होंने एसजेवीनाइट्स को उनके सामूहिक प्रयासों के लिए बधाई दी, जिसके परिणामस्वरूप गत वर्ष में कई विद्युत उत्पादन रिकॉर्डों को पार किया गया। नवीनतम उपलब्धि में, हमने वित्तीय वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही के लिए 887.1 मि.यू. और मार्च माह के लिए 357.4 मि.यू. का अब तक का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन दर्ज किया है। इस उपलब्धि के साथ, एसजेवीएन नेअपने पावर स्टेशनों से गत वित्तीय वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 836 मि.यू. तथा मार्च 2015 में 310 मि.यू. के मासिक सर्वश्रेष्ठ विद्युत उत्पादन को पार किया है। 8700 मि.यू. की कुल डिजाइन एनर्जी की तुलना में कंपनी के छह पावर स्टेशनों ने 9208.5 मि.यू. का विद्युत उत्पादन किया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में, दूसरी, तीसरीऔर चौथी तिमाहीमें नए तिमाही विद्युत उत्पादन रिकार्ड तय किए गए हैं और पावर स्टेशनों ने जुलाई और दिसंबर 2021 और जनवरी, फरवरी और मार्च 2022 में मासिक विद्युत उत्पादन रिकार्ड को भी पार कर दिया है।
नन्द लाल शर्मा ने आगे अवगत कराया कि एसजेवीएन ने कैपेक्स उपयोग लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है तथा विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित 5000 करोड़ रुपए के लक्ष्य की तुलना में 5250 करोड़ रुपए से अधिक का व्यय किया है। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी के दो नवीकरणीय विद्युत स्टेशनों अर्थात् साडलापवन विद्युत स्टेशन तथा चारंका सौरविद्युत स्टेशन ने भी क्रमश: 102.6 मि.यू. एवं 8.5 मि.यू. के उच्चतम वार्षिक विद्युत उत्पादन के साथ नए बेंचमार्क स्थापित किए हैं। चार वर्षों की छोटी अवधि में कंपनी ने अद्वितीय वृद्धि देखी है और अब 16900 मेगावाट से अधिक की क्षमता वाली 43 परियोजनाएं विकास के विभिन्न चरणों में हैं। एसजेवीएन ने 10000 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाओं के दोहन के लिए राजस्थान सरकार के साथ एलओआई पर भी हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी ने पावर ट्रेडिंग के व्यवसाय में भी प्रवेश किया है।
नन्द लाल शर्मा ने आगे कहा कि गत वर्ष की उत्कृष्ट वृद्धि ने हमें अपने साझा विजन को फिर से परिभाषित करने के लिए प्रोत्साहित किया है और अब हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट कंपनी बनना है। शर्मा ने कहा कि मुझे यकीन है कि इस नए साझा विजन ने हर एसजेवीनाइट के लक्ष्य को पुनर्गठित किया है और हर कोई इस उन्नत नए साझा विजन की उपलब्धि की दिशा में अपने प्रयासों को पुनर्निर्मित कर रहा है।
नव वर्ष समारोह के दौरान, प्रख्यात वक्ता डॉ. रवि प्रकाश, चेयर प्रोफेसर, एमडीयू, रोहतक ने अपने संबोधन में नव वर्ष के महत्व और गौरव के संबंध में अवगत कराया। इस अवसर पर डॉ. अर्पिता नेगी के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के योग विभाग के छात्रों, सरस्वती विद्या मंदिर, विकासनगर शिमला और सौरभ चौहान के नेतृत्वी में प्रख्योत कथक ग्रुप के छात्रों ने मनमोहक प्रस्तुति के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। धन्यवाद प्रस्ताव एस. पटनायक, कार्यकारी निदेशक, मानव संसाधन द्वारा प्रस्तुत किया गया। यह आयोजन कंपनी की सभी इकाइयों में भी बड़े जोश और हर्षोंल्लाकस के साथ मनाया गया।