नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म करने वाले को फांसी की सजा देना आवश्यक : रूपा शर्मा

शिमला : सक्षम गुडिय़ा बोर्ड की अध्यक्ष रूपा शर्मा ने अपने कार्यालय कक्ष के समिति हॉल में सक्षम गुडिय़ा बोर्ड हिमाचल प्रदेश की प्रथम सब गु्रप बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि बोर्ड सब कमेटी अंब में हुई 15 साल की नाबालिग छात्रा के साथ हुई शर्मनाक हरकत की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि पेशे से घर-घर अखबार तथा व्यवसाय से प्लम्बर का कार्य करने वाले आसिब द्वारा घर में अखबार का बिल लेने का बहाने एक 15 साल की नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने की योजना बनाई तथा छात्रा द्वारा दुष्कर्म करने से अपने को बचाने के उपरांत आसिब द्वारा उसको पेपर काटने वाले पेन कटर से गुडिय़ा के गले में वार किया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की पुलिस साइबर टीम को बोर्ड सब कमेटी स्लयूट करती है कि पुलिस विभाग द्वारा इस व्यक्ति को पकड़ लिया गया। उन्होंने कहा कि समाज में इस तरह की शर्मनाक हरकत करने वाले व्यक्ति का केस फास्ट ट्रेक में लगवाकर फांसी की सजा देना आवश्यक है, जिससे समाज में इस प्रकार की कुरीतियां करने की कोशिश कोई व्यक्ति न कर पाए।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रयासों द्वारा प्रदेश के विभिन्न विभागों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तथा बेटी है अनमोल, वन विभाग द्वारा एक बूटा बेटी के नाम जैसी विभिन्न योजनाएं प्रदेश में चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव तथा पंचायत स्तर पर सक्षम गुडिय़ा बोर्ड गैर सरकारी सदस्यों तथा विभिन्न विभागों के सहयोग से जागरूकता शिविरों का आयोजन करेगी, जिसमें बालिकाओं व महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित कानूनी जानकारी एवं उनके अधिकारों के विषय में जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा जिन बालिकाओं ने अपनी पढ़ाई को अधूरा छोड़ा है, उन्हें जागरूकता शिविरों के माध्यम से शिक्षा के प्रति आकर्षित किया जाएगा तथा दसवीं एवं 12वीं कक्षा से उत्तीर्ण हुई छात्राओं के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत तथा कौशल विकास निगम द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे प्रशिक्षण प्राप्त करने पश्चात प्रदेश की छात्राएं अपना स्वयं का रोजगार सृजित कर सके तथा अपनी आर्थिकी को सृदृढ़ कर सके।
इसके अतिरिक्त बैठक में बालिकाओं एवं महिलाओं के विरूद्ध दुराचार से संबंधित मामले रोकने बारे प्रभावी कदम उठाने बारे प्रदेश सरकार को दिए जाने बारे सुझावों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि निकट भविष्य में जैसे ही विद्यालय की परीक्षाएं समाप्त होगी, सक्षम गुडिय़ा बोर्ड के गैर सरकारी सदस्य शिक्षा संस्थानों में जाकर छात्र-छात्राओं से 40 मिनट तक वाद-संवाद करके उनकी भावनाओं एवं सुझावों का विश्लेषण करने के उपरांत उसे सरकार के ध्यान में लाएगें ताकि सरकार द्वारा उचित कदम उठाए जा सके। इसके अतिरिक्त आईईसी मैटिरियल की 10 हजार प्रतियां छपवा कर उन्हें पंचायतों के माध्यम से प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंचाया जाएगा, जिससे लोगों को बोर्ड की गतिविधियों के बारे में जानकारी उपलब्ध हो सके तथा गुडिय़ा हेल्पलाईन नम्बर 1515 का भी अधिक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
इस दौरान बोर्ड के सभी सदस्यों द्वारा पदों को सृजित करने बारे तथा कार्यालय में सभी प्रकार की सुविधा सृजित करने बारे भी विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान सभी जिलों से आए सदस्यों द्वारा अपने-अपने जिलों की विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में सक्षम गुडिय़ा के बोर्ड सब कमेटी के सदस्य मण्डी से मांचली ठाकुर, हमीरपुर से सुशीला शर्मा, ऊना से देव कला, शिमला से प्रवीण छाजटा, सोलन से हेमलता, बिलासपुर से अंजना शर्मा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के राज्य परियोजना समन्वयक ओंमकार चंद भी उपस्थित थे।