शिमला : हिमाचल प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी दर पर एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी ने प्रदेश मे बढ़ती बेरोजगारी के लिए सीधे सीधे भाजपा को आड़े हाथों लिया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने जयराम सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी के चलते आज हिमाचल बेरोजगारी की दर में आज देशभर में टॉप 6 राज्यों मे शामिल हो गया है। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब से हिमाचल में जयराम सरकार बनी है तब से विभिन्न सरकारी विभागों में करीब 2100 पदों को खत्म कर दिया है। इसके अलावा आज राज्य सरकार विभागों में खाली पड़े पद भरने के बजाय उन्हें डाइंग कॉडर में डालकर खत्म कर रही है। पिछले कुछ सालों के दौरान सरकार ने विभिन्न विभागों, बोर्ड व निगमों में 2068 पद खत्म किए हैं। जो पद भरे गए हैं, उनमें से ज्यादातर पदों पर आउटसोर्स-आंशिक व दैनिक भोगी आधार पर कर्मचारी रखे जा रहे है।यानि की इन पदों पर भी अपने चहेतों को नौकरी देकर लाभ पहुंचाया जा रहा है इसके अलावा नौकरी देने के बाद इन कर्मचारियों का जमकर शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में पद खत्म करने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1990 तक अकेले बिजली बोर्ड में 42 हजार से अधिक फील्ड स्टाफ था। अब इनकी संख्या कम होकर लगभग 17 हजार रह गई है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों पदों पर भर्तियां चार साल पहले निकाली गई थी वह भी पूरी नहीं हो पाई है। जो भर्ती प्रक्रिया 2018, 2019 और 2020 में शुरू की गई थी , उनकी प्रक्रिया भी आज तक लटकाई हुई है। इससे युवाओं में असंतोष बढ़ता जा रहा है और बेरोजगारी दर बढ़ रही है। प्रदेश भर के रोजगार कार्यालयों में 10 लाख से ज्यादा बेरोजगार पंजीकृत हैं जो आए दिनों रोजगार के लिए भटक रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारों की चिंता वाजिब है, क्योंकि राज्य में बेरोजगारी दर चिंताजनक है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी यानि (CMIE) के ताजा आंकड़े के मुताबिक मार्च 2022 में हिमाचल की बेरोजगारी दर 12.1 प्रतिशत दर्ज की गई है, जबकि यह देश की 7.6 फीसद है। इस तरह हिमाचल अधिक बेरोजगारी वाले देश के टॉप-6 प्रदेश में शुमार हो गया है। हिमाचल से अधिक बेरोजगारी दर केवल 5 राज्यों हरियाणा में 26.7 प्रतिशत, झारखंड में 14.5 फीसद, जम्मू कश्मीर व राजस्थान में 25 प्रतिशत और त्रिपुरा में 14.1 फीसद है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और इनमें बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बनने वाला है। प्रदेश के बेरोजगार युवा भाजपा विधायकों को अभी से घेरना शुरू कर दिया है।
CMIE की रिपोर्ट में हिमाचल की बढ़ी बेरोजगारी दर पर आप ने सरकार को घेरा, देश के टॉप 6 में पहुंचा प्रदेश : गौरव शर्मा
