रामपुर परियोजना प्रभावित पंचायतों के बागवानों को प्रशिक्षण शिविर में बागवानी संबंधी समस्याओं का मिला समाधान

बायल : रामपुर जलविद्युत केंद्र ने निगम द्वारा प्रायोजित सामाजिक दायित्व नीति के अनुसार परियोजना प्रभावित पंचायतों में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर व संवाद का आयोजन किया गया। इस शिविर में गड़ेज, कशोली, बहावा, ब्रौ, पोषण, तुनन, जगातखाना, खरगा, बक्खन, कुशवा व दत्तनगर के करीब 250 बागवानों के हिस्सा लिया। शिविर का शुभारंभ रामपुर जलविद्युत केंद्र के परियोजना प्रमुख मनोज कुमार ने किया।
परियोजना प्रमुख मनोज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि निगम के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक नन्दलाल शर्मा तथा निदेशक (कार्मिक) गीता कपूर के मार्गदर्शन में रामपुर परियोजना अपने सामजिक दायित्व के निर्वहन के प्रति सजग और गंभीरता से कार्य कर रही है।
इस शिविर में डॉ वाई.एस. परमार विश्वविद्यालय बागवानी एवं वानिकी नौणी के विशेषज्ञों द्वारा रामपुर परियोजना प्रभावित बागवानों को प्रशिक्षण दिया व उनके साथ सक्रिय संवाद किया। बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी से डॉ. चमन ठाकुर संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण, डॉ. कुलदीप ठाकुर प्रधानाचार्य, डॉ. राकेश कुमार वैज्ञानिक, डॉ. मोनिका तोमर वैज्ञानिक, डॉ. प्रमोद वर्मा असिस्टेंट प्रोफेसर तथा डॉ. रेशमा नेगी असिस्टेंट प्रोफेसर मौजूद रहें। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने बागवानों के साथ संवाद किया तथा उनकी बागवानी सम्बन्धी समस्याओं का समाधान भी किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागी बागवानों, किसानों को बागवानी सम्बन्धी पठन सामग्री किट भी वितरित की गई। इस अवसर पर रामपुर परियोजना की परियोजना प्रभावित पंचायतों के लोगों सहित रामपुर एचपीएस के सभी विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहें।
परियोजना प्रमुख मनोज कुमार ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण शिविर व नौणी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों से परस्पर संवाद एक अच्छी पहल है जिसमें बागवान सीधे तौर पर बागवानी एवं वानिकी सम्बन्धी अपने प्रश्नों एवं बागवानी सम्बन्धी कठिनाईयों के उत्तर व समाधान उसी समय प्राप्त करेंगे और लाभान्वित होंगे। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर व संवाद में भाग लेने वाले सभी बागवानों, किसानों ने डॉ. वाई.एस. परमार विश्वविद्यालय बागवानी एवं वानिकी नौणी से आए विशेषज्ञों का धन्यवाद किया और रामपुर जलविद्युत केंद्र का आभार जताया।