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मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित बच्चों ने शिमला में मनाई पिकनिक

शिमला : इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिसट्रॉफी सोलन हिमाचल प्रदेश संस्था द्वारा आज मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित बच्चे एवं लोगों को शिमला पिकनिक का आयोजन किया गया। पिकनिक में देश के विभिन्न राज्यों से 20 ग्रसित बच्चे एवं लोगों के साथ उनके अभिभावकों ने भाग लिया। इस दौरान एसोसिएशन के सचिव विपुल गोयल तथा संस्था से जुड़े अनुरीता सक्सेना विशेष रूप से उपस्थित रहे।
विपुल गोयल ने बताया कि यह पिकनिक मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित बच्चे एवं लोगों के मनोरंजन के साथ-साथ मस्कुलर डिसट्रॉफी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित बच्चे एवं अन्य लोगों ने खूब मनोरंजन किया। संस्था से जुड़े अनुरीता सक्सेना ने मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित बच्चे एवं अन्य लोगों को शिमला के इतिहास के साथ-साथ यहां पर विशेष जगहों के बारे में अवगत करवाया। पिकनिक के दौरान बच्चों के मनोरंजन के लिए म्यूजिकल चेयर का भी आयोजन किया गया।
सचिव विपुल गोयल ने बताया कि मस्कुलर डिसट्रॉफी लगातार बढऩे वाली मांसपेशियों की अनुवांशिक रोग है, जिसमें मरीज धीरे-धीरे अपनी शारीरिक शक्ति खोता है, जिससे वह चलने-फिरने लायक नहीं रहता। उन्होंने कहा कि मस्कुलर डिसट्रॉफी लक्षण में मरीज के हिल कोर्ड कड़े होने के कारण बच्चों का पंजों के बल चलना, सीढिय़ा चढऩे में सहारे की जरूरत, कुर्सी से उठने में सहारे की जरूरत, संतुलन की कमी, सुस्त चाल, पैर के पीछले भाग में सूजन आदि शामिल है। मस्कुलर डिसट्रॉफी के उपचार के लिए फिजियोथेरेपी के माध्यम से मरीज की स्थिति को बेहतर बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिसट्रॉफी 1992 से भारत में मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित लोगों को राहत देने एवं उनके पुनर्वास के साथ-साथ लोगों में जागरूकता लाने के लिए कार्य कर रही है। संस्था का मुख्यालय जिला सोलन में है। यह संस्था मुख्यत: मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित लोगों द्वारा चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित लोगों के लिए दिल्ली एवं चण्डीगढ़ में फिजियोथैरेपी और काउंसलिंग केन्द्र संस्था द्वारा चलाया जा रहा है, जहां पर घर से केन्द्र तक आने-जाने के साथ-साथ अन्य सुविधाएं मुफ्त में दी जाती है। उन्होंने मस्कुलर डिसट्रॉफी से ग्रसित व्यक्तियों एवं उनके परिवारों से इस संस्था में पंजीकरण के साथ-साथ अन्य प्रकार की सुविधाओं का लाभ लेने का आग्रह किया। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण संजय भगवती, स्वंसेवक एवं अन्य लोग उपस्थित थे।