॥> नशे की प्रवृत्ति मानव को परिवार और समाज से कर रही है दूर
सोलन : रोटरी सोलन ड्रग फ्री वल्र्ड हिमाचल प्रदेश चैप्टर साथ मिलकर संस्कृत कॉलेज सोलन के एनएसएस के विद्यार्थियों के लिए नशे के विरोध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3080 जोन 2 असिस्टेंट गवर्नर मनीष तोमर ने कहा कि युवा वो शक्ति है जिसका उपयोग यदि सही ढंग से किया जाए तो हर काम ठीक हो सकता है। वर्तमान समय में अपनी उसी शक्ति को भूल कर उससे कोसों दूर हुए खड़ा हमारा युवा वर्ग नशाखोरी जैसी भयंकर महामारी का शिकार होता जा रहा है।
तोमर ने कहा कि संसार में दो चीजों की कोई सीमा नहीं है, एक आकाश और दूसरा मनुष्य की मूर्खता। आज का इंसान अपनी परेशानी और तनाव को दूर करने के लिए अगर नशा करता है तो यह उसकी मूर्खता ही कही जाएगी। नशे में बिलकुल भी सुख-शांति नहीं है। अगर कोई नशे की दलदल में इसलिए पैर रखता है कि उसे मजा मिलेगा तो वह यहां पर गलत है क्योंकि नशा ही उसके लिए सजा बन जाता है और बाकि बचा मन का सुकून भी दुख में परिवर्तित हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह नशा, नशा नहीं, हमारे नाश की निशानी है। नशा करने से समाज में और कितनी ही कुरीतियां जन्म लेती हैं यह हम सभी को पता है। इसलिए आज से हम सभी मिलकर ऐसे लोगों को इस नर्क से निकालने के लिए एकजुट होकर चलें।
रोटरी सोलन के प्रधान अनिल चौहान ने कार्यशाला में उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि नशा व्यक्ति अपने मित्रों, चलचित्रों, सामाजिक परिवेश और परिवार के लोगों को देखकर सीखता है। उन्होंने विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से बताया कि नशे की प्रवृत्ति मानव को परिवार और समाज से किस प्रकार दूर कर रही है। नशा करने वाले के परिवार को जो पीड़ा होती है, उसको केवल परिवार के लोग ही बता सकते हैं। इस मौके पर रोटरी क्लब के सुखदेक रतन, जितेंदर भल्ला, संस्कृत कॉलेज प्रिंसिपल नरेश वर्मा ओमकार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहें।