मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पेश किया 51 हज़ार 365 करोड़ रुपए का बजट

॥> 60 से 65 वर्ष की आयु की महिलाओं तथा 60 से 69 वर्ष की आयु के पुरुषों को बिना आय सीमा के मिलेगी वृद्धावस्था पैंशन
॥> हिम केयर में नए परिवारों का पंजीकरण अब पूरे साल होता रहेगा, नवीनीकरण अवधि तीन वर्ष बढ़ी

शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वर्ष 2022-23 के लिए 51 हज़ार 365 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मौजूदा कार्यकाल का यह अंतिम बजट था। बजट में सभी वर्गों को लुभाने के प्रयास किया गया है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि ये बजट हर वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया है। जिसमें सामाजिक सुरक्षा व कमज़ोर वर्ग के उत्थान पर ज़्यादा ध्यान दिया गया है। दिहड़ीदारो से लेकर मानदेय से जुड़े हर वर्ग का 50 रुपए से लेकर 4000 रुपया बढ़ाया गया है। सरकार ने 29 नई योजनाओं को भी शुरू किया है। जो प्रदेश के विकास में मददगार साबित होंगी। सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी बढ़ाया गया है। इसमें अब 60 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को आय सीमा में छूट देकर पेंशन का प्रावधान करना बजट की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मजदूर वर्ग, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर, चौकीदारों, सिलाई अध्यापिकाओं, मिड डे मील वर्कर, वाटर कैरियर, जल रक्षकों सहित पंचायत प्रतिनिधियों व नगर निगमों व नगर परिषदों के प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाया गया है। राजस्व प्राप्तियां 278 करोड़ रुपए रहने का अनुमान हैं। राजस्व व्यय 40 हज़ार 34 करोड़ रहने का अनुमान है। इस प्रकार कुल घाटा 3 हज़ार 993 करोड़ अनुमानित है। जबकि राजकोषीय घाटा 9 हज़ार 602 करोड़ रुपए अनुमानित हैं। जो राजस्व कि सकल घरेलू उत्पाद का 4.98 प्रतिशत है।
राजस्व विभाग में दिहाडी पर कार्यरत रमेश कुमार ने बजट में मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर द्वारा दिहाडी में 50 रूपये की वृद्धि करने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार के इस निर्णय से उनके जैसे हजारों दिहाडीदार मजदूरों को न केवल प्रतिदिन 50 रूपये का लाभ मिलेगा बल्कि प्रतिमाह उन्हें 4200 रूपये अधिक प्राप्त होंगे। इसी तरह लोक संपर्क विभाग में आउटसोर्स आधार पर कार्यरत सुमित और गिन्नू कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बजट में उनके वर्ग को प्रतिमाह डेढ़ हजार रूपये अधिक प्रदान करने की घोषणा से उन्हें अब साढ़े 10 हजार रुपये मिलेंगे, जिससे उनके जैसे हजारों आउटसोर्स कर्मियों न केवल सीधा लाभ प्राप्त होगा बल्कि मंहगाई के इस दौर में उन्हें कुछ राहत भी मिलेगी। इन दोनों वर्गों के कर्मियों ने सीएम जय राम ठाकुर के इस अहम निर्णय का स्वागत किया है।
मंडी के चौहाटा बाजार में सब्जी बेचने वाले 62 वर्षीय खुशी राम और जंजैहली के 64 वर्षीय मदन लाल का कहना है कि सीएम जय राम ठाकुर ने 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को बिना आय सीमा के सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। सरकार के इस निर्णय से उनके जैसे हजारों लोगों को इसका न केवल लाभ प्राप्त होगा बल्कि जीवन के इस पायदान पर उन्हें सामाजिक सुरक्षा का भी एहसास होगा। इसी तरह मंडी के खलियार निवासी 70 वर्षीय मनी राम ने भी बजट में सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि करने की घोषणा का न केवल स्वागत किया है बल्कि इससे विभिन्न वर्गों के हजारों लोगों को राहत मिलेगी।
वहीं देवताओं के मोहरे बनाने जैसी धातु शिल्प की कारीगरी के व्यवसाय से जुड़े थाची के चौहड़ी गांव के घिंबर सोनी ने जीआई एक्ट में कारीगरों के पंजीकरण की सुविधा प्रदान करने की घोषणा के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार जताया है। उनका कहना है कि इससे धातु शिल्प कला को और मजबूती और प्रोत्साहन मिलेगा।
वहीं मंडी वासियों ने राज्य की अप्रैल से मंडी में दूसरा राजकीय विश्वविद्यालय खोलने के फैसले के लिए सीएम का धन्यवाद किया। वहीं मंडी जिले के दृग्ध व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों ने मंडी के चक्कर में 50 हजार लीटर प्रतिदिन क्षमता का दूध प्रसंस्करण का अतिरिक्त प्लांट लगाने और दूध के खरीद मल्य में 2 रुपये की वृद्धि की घोषणाओं का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे कारोबार से जुड़े हर व्यक्ति को लाभ होगा। ऐसे में कुल मिलाकर सरकार का यह बजट न केवल आम जन हितैषी रहा है बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखते हुए जन कल्याण को सर्वोपरि रखा है। जिसका समाज के प्रत्येक वर्ग ने स्वागत किया है।

बजट झूठे आंकड़ों का मायाजाल : मुकेश अग्निहोत्री
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बजट को राज्यपाल के अभिभाषण की तरह झूठे आंकड़ों का मायाजाल करार दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 में जब अर्थव्यवस्था धरातल पर पहुंच गई है तो फिऱ हिमाचल की अर्थव्यवस्था में 8.3 फ़ीसदी वृद्धि का अनुमान कैसे लगाया जा सकता है। सरकार कजऱ् की बैसाखियों के सहारे चलेगी। बजट के मुताबिक 100 रुपए में से 26 रुपए वेतन पर, 15 रुपए पेंशन पर, 10 रुपए ब्याज अदायगी पर, 11 रुपए ऋण अदायगी पर, जबकि स्वायत संस्थान की ग्रांट के लिए 9 रुपए ख़र्च होंगे। ऐसे में 29 रुपए बचते है उनसे क्या विकास होगा। सरकार कजऱ् चुकाने के लिए भी कजऱ् ले रही है।

ऐतिहासिक व आम आदमी का बजट : सुरेश भारद्वाज
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट को ऐतिहासिक और आम आदमी का बजट बताया है। उन्होंनेे कहा कि प्रदेश सरकार के इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। बजट व्यावहारिक है और सभी वर्गों को इस बजट से लाभ होगा। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान शहरी युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए वर्ष 2020 में मुख्यमन्त्री शहरी आजीविका गारंटी योजना आरम्भ की गई थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस योजना पर 5 करोड़ रुपये व्यय किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट सत्र में शहरी बेरोजगार युवाओं को रोजगार की गारंटी, पात्रता एवम् अन्य शर्तों से सम्बन्धित, विधेयक विधानसभा में पेश किया जाएगा। हिमाचल देश का पहला राज्य होगा जहां मनरेगा कि तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में आजीविका के लिए कानून बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन्नत शहरों के सपने को पूरा करने में यह योजना जो कि जल्दी कानून का रूप लेने वाली है, कारगर सिद्ध होगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री का वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा 60 वर्ष करने पर आभार व्यक्त किया। पहले यह आयु सीमा 70 वर्ष थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 40000 अतिरिक्त पात्र लोगों को पेंशन प्रदान की जाएगी। ऐसे सभी वर्ग जो वर्तमान में 850 रुपये प्रतिमाह की पेंशन प्राप्त कर रहें हैं, की पेंशन बढ़ाकर 1000 रुपये की जाएगी। दिव्यांगजनों व विधवाओं को दी जा रही पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा। 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों की पेंशन को 1500 रुपये से बढ़ाकर 1700 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर 1300 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।

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