मुख्यमंत्री ने सुलह विधानसभा क्षेत्र में 234.24 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन किए व आधारशिलाएं रखीं

धर्मशाला : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र में 234.24 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने नागनी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सुलह खंड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक बार में ही 234 करोड़ रुपये से अधिक की विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिलाए व शिलान्यास किए गए है।
उन्होंने 78.36 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाओं के उद्घाटन किए, जिसमें 1.97 करोड़ रुपये लागत की मंगेहड़-पीरा सड़क, 1.03 करोड़ रुपये लागत की भवरवा-हेंजा सड़क, 2.05 करोड़ रुपये लागत की डुहक-गरठूं सड़क, 2.19 करोड़ रुपये लागत की थुरल-भट्टी-लाहड़-पंघ सड़क शामिल हैं। 2.51 रुपये लागत की भवारना-थंडोल सड़क, 10.93 करोड़ रुपये की धीरा-देवी टिल्ला सड़क, 3.68 करोड़ रुपये लागत की फरेड़-थंबा सड़क, 9.45 करोड़ रुपये की थुरल-चल्लाह सड़क, 1.09 करोड़ रुपये लागत की ठन्डोल से ठन्डोल वाया श्रीलंका सड़क, 3.17 करोड़ रुपये की सलोह-रायपुर सड़क, 4.52 करोड़ रुपये के सुलह-जज्जर-परौर सड़क पर न्यूगल खड्ड पुल, 2.06 करोड़ रुपये से मैंझा से अप्पर मेंझा सड़क, 2.72 करोड़ रुपये से टाहल खड्ड पर पुल, 2.16 करोड़ रुपये के सुकड़ खड्ड पर पुल, 1.62 करोड़ रुपये से पारला नाला पर पुल, 69 लाख रुपये से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवारना के निकट फुट ब्रिज, 5.18 करोड़ रुपये से महाराजा संसार चंद मेमोरियल कॉलेज थुरल का कला खंड, राजकीय डिग्री महाविद्यालय नौरा में 5.02 करोड़ रुपये के विज्ञान खंड, 2.33 करोड़ रुपये की लागत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दैहण का अतिरिक्त खंड, 1.33 करोड़ रुपये का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवराना में विज्ञान खण्ड का अतिरिक्त भवन, 3.95 करोड़ रुपये की भदगवार, सिहोल, भवारना खास, अर्थ चंजेहर गांवों के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना, 2.44 करोड़ रुपये की कुरल, सिहोटा और मरहून पंचायतों के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना, 1.76 करोड़ रुपये की रौड़ा धट्टी और आसपास के गांवों के लिए उठाऊ सिंचाई योजना, 1.96 करोड़ रुपये उठाऊ सिंचाई योजना मरहूं, 1.36 करोड़ रुपये लिफ्ट सिंचाई योजना कुराल और 1.19 करोड़ रुपये उठाऊ सिंचाई योजना पुडवा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने सुलह विधानसभा क्षेत्र में 155.86 करोड़ रुपये की 25 विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें जय राम ठाकुर ने 30.37 करोड़ रुपये की सुलह में पॉलीटेक्निकल कॉलेज भवन, 1.21 करोड़ रुपये की लागत से थुरल में खण्ड प्राथमिक शिक्षा कार्यालय भवन, 1.15 करोड़ रुपये से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मरहूं के अतिरिक्त खण्ड, 1.15 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कियारवां का अतिरिक्त खण्ड, 11.79 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के भवन रझूॅं, 3.38 करोड़ रुपये की लागत से मौल खड्ड पर पुल, 3.76 करोड़ रुपये की लागत से डुहक-टिकरी-राखा-धाबी सड़क, 6.71 करोड़ रुपये की लागत से टाहल खड्ड पर पुल, 6.02 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस प्रशिक्षण केंद्र डरोह में आधुनिक पुस्तकालय भवन, 8.50 करोड़ रुपये की लागत से मिनी फॉरेंसिक लैब डरोह, 12.32 करोड़ रुपये की बहुद्देशीय आउटडोर स्टेडियम डरोह, डरोह में 3.84 करोड़ रुपये की लागत के सरकारी आवासों, 33.59 करोड़ रुपये लागत की कांगैण, थंबू और आसपास के गांवों के लिए उठाऊ पेयजल योजना, 12.03 करोड़ रुपये लागत के थुरल-भरांता उठाऊ जलापूर्ति योजना के संवर्धन कार्य, 4.05 करोड़ रुपये की ननौण, ककरैन व पंतेहड़ पंचायतों के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना, 3.95 करोड़ रुपये की झरेट, रझूूॅं, परौर खरोट जलापूर्ति वितरण योजना, 1.52 करोड़ रुपये लागत की रोड़ा पंचायत के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना, 96 लाख रुपये की पटबोग और लिंझां के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना, 85 लाख रुपये की जंगैहड़, मैले और मूण्डी खास के लिए उठाऊ जलापूर्ति योजना, 2.60 करोड़ रुपये की लागत से घनेटा पंचायत के लिए का बाढ़ नियंत्रण कार्य, 1.61 करोड़ रुपये की लागत की खैरा उठाऊ सिंचाई योजना, 1.41 करोड़ रुपये की कठूल ग्रेविटी सिंचाई योजना, 1.27 करोड़ रुपये की बटुल ग्रेविटी सिंचाई योजना, 92 लाख रुपये की सनहूं उठाऊ सिंचाई योजना और 90 लाख रुपये की बुक ग्रेविटी सिंचाई योजना शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी और इस तरह के विश्वव्यापी खतरे से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र द्वारा अपनाई गई रणनीतियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में लोगों के विश्वास को और अधिक गहरा किया है। उन्होंने हिमाचल द्वारा टीकाकरण अभियान में शीर्ष स्थान प्राप्त करने का श्रेय विभिन्न विभागों और हिमाचल प्रदेश के लोगों को दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गरीब और कमजोर वर्गों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है। वर्तमान राज्य सरकार ने अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया। अब इसे घटाकर 60 वर्ष किया गया है ताकि सभी जरूरतमंद एवं पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में बहुत प्रभावी साबित हुई है। इसी तरह, सहारा योजना गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों के लिए बहुत मददगार साबित हुई है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के गंभीर रोगों से पीडि़त रोगियों तथा उनके परिचारकों को तीन हजार रुपये की मासिक आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की जाती है।
उन्होंने प्रदेश के चहुंमुखी विकास में कर्मचारियों की भूमिका को अहम बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने उनके कल्याण के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने कोरोना महामारी के दौरान महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि अब विद्युत उपभोगताओं को 60 यूनिट बिजली की खपत के लिए कोई भी अदायगी नहीं करनी होगी। उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुलह विधानसभा क्षेत्र में आधारभूत संरचना और संस्थानों का उल्लेखनीय विकास हुआ है। उन्होंने नागनी-मरहून में विद्युत बोर्ड का नया मंडल खोलने, न्यूगल खड्ड पर पुल का निर्माण करने, सांबा में स्वास्थ्य उप-केंद्र खोलने, मैंझा में एशिया विकास बैंक के तहत नेचर पार्क विकसित करने, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डूहक, द्रंग और धाती में विज्ञान की कक्षाएं आरम्भ करने, सुलह में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने, सुलह में खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी का नया कार्यालय खोलने, महाराजा संसार चंद स्मारक राजकीय स्नातक महाविद्यालय डरोह में विज्ञान की कक्षाएं आरम्भ करने और राजकीय स्नातक महाविद्यालय नौरा का नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धीरा और सुलह में अस्थायी पुलिस चौकियों को लोगों की सुविधा के दृष्टिगत स्थाई किया जाएगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान गढज़मूला अब मॉडल आइटीआई होगा। उन्होंने कहा कि अछरू दा बरोह-चम्बी-चिडऩ सड़क का नामकरण सुबेदार गेंदा राम चौधरी के नाम पर किया जाएगा, जिन्होंने अपने प्रयासों से 18 किलोमीटर लंबे सम्पर्क मार्ग का निर्माण किया।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सुलह विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाएं लोगों को समर्पित करने तथा 155 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान सुलह विधानसभा क्षेत्र अभूतपूर्व विकास का गवाह बना है। उन्होंने कहा कि सुलह विधानसभा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग की लगभग 275 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न परियोजनाओं और योजनाओं का कार्य प्रगति पर है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री को एक लाख एक हजार रुपये का चैक और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डरोह के प्रधानाचार्य ने इस फंड के लिए 21 हजार रुपये का चेक भेंट किया।
सांसद कांगड़ा संसदीय क्षेत्र किशन कपूर, विधायक बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र मुल्खराज प्रेमी, विधायक नगरोटा अरूण कुमार, विधायक जयसिंहपुर रविन्द्र धीमान, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज, पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा और दूलो राम, जिला परिषद के अध्यक्ष रमेश बराड़, भाजपा जिला अध्यक्ष चंद्र भूषण नाग और हरी दत शर्मा, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, मीडिया कॉरडिनेटर विश्व चक्षु और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।