मंडी : देश में प्रकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए देशभर में कई अभियान चलए जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की धरती को रसायनों से मुक्त करने के लिए भी सरकारी तथा निजी स्तर पर अनेक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंडी जिला के चुराग खंड की ग्राम पंचायत सांविधार के कलंगार में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में कृषि विभाग से आये विशेषज्ञों ने लोगों को प्राकृतिक खेती सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस दो दिवसीय शिविर में 36 किसानों ने भाग लिया जिसमें 30 महिलाएं और 6 पुरुष शामिल रहे।
इस दौरान तकनीकी प्रबंधक बंटी कुमार, तकनीकी सहायक सौरभ और हिमेन्द्र व मास्टर ट्रेनर भीम सिंह वर्मा ने लोगों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाए। शिविर में उत्पादकता में वृद्धि के लिए आवश्यक जीवामृत, घनजीवामृत, दशपर्णी अर्क, बीजामृत व ब्रह्मास्त्र इत्यादि को तैयार करने की विधि भी बताई गई। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि चुराह खंड के तहत 26 शिविर लगाए जाने सुनिश्चित हैं जिनमें से अभी तक 16 शिविर लगाए जा चुके हैं उन्होंने बताया कि इस दौरान जस्सल, सांविधार और अल्यास में किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूक किया गया।
रसायनों के ज़हर से मुक्ति को लगाया गया शिविर
