प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित : डॉ. रघवीर सिंह

शिमला : संयुक्त कृषि निदेशक डॉ. रघवीर सिंह की अध्यक्षता में जिला कृषि मुख्यालय स्थित बैठक कक्ष में किसान उत्पादक कंपनी के लिए शेयर पूंजी अनुदान निधि (इजीएफ) योजना पर जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। उन्होंने कहा कि किसान संगठन, प्रगतिशील किसान, संगठन बनाकर इस (इजीएफ) स्कीम तथा अन्य योजनाओं का लाभ अवश्य उठाएं। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य काम किसान उत्पादक संगठन कंपनियों के शेयर पूंजी आधार को मजबूत बनाने में सहायता प्रदान करना है, जिसके तहत पात्र कृषक संगठन शेयर धारक सदस्यों को शेयर पूंजी अंशदान के बराबर राशि अनुदान में प्राप्त करने में समर्थ बनती है। इसके तहत अधिकतम 15 लाख तक अनुदान प्राप्त किया जा सकता है। इसके तहत उन्होंने कृषि व्यापार विकास के लिए उधम योजना, ऋण गारंटी निधि आदि योजनाओं को विस्तारपूर्वक बताया।
इस अवसर पर लघु कृषक कृषि व्यापार संघ के प्रतिनिधि एसबी कटियार ने बताया कि लघु कृषक कृषि व्यापार संघ भारत सरकार की एक पंजीकृत संस्था है, जो भारत सरकार कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय के अधीन काम करता है। इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए इस तरह के जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजन किए जा रहे है ताकि किसान इसका लाभ उठा सके।
इस अवसर पर उप-निदेशक कृषि डॉ. अजब कुमार नेगी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी विभागों के अधिकारियों, कृषक समूहों व अन्य पदाधिकारियों का धन्यवाद किया और आशा व्यक्त की कि सरकार की योजनाओं को सफल बनाने में सभी एकजुट होकर काम करेंगे। कार्यक्रम में उप-निदेशक कृषि डॉ. समीर शर्मा, उप-निदेशक बागवानी, अग्रमी बैंक, नाबार्ड, जिला कृषि अधिकारी, अग्रणी जिला प्रबंधक, किसान संगठन के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि, प्रगतिशील कृषक, बैंक के अधिकारी और कंसल्टेंट पी पाढ़ी उपस्थित थे।